उपार्जन केंद्र मे टोकन कटने के बाद सत्तर किवंटल की खरीदी शेष धान वापस –किसान मायूस चिंतित

अंबिकापुर ब्यूरो 

 

सूरजपुर जिले के रामानुजनगर स्थित धान उपार्जन खरीदी केंद्र छिंदिया क्रमांक 420 मे कृषक बुधराम पिता धनसाय निवासी मकरबँधा द्वारा अपने पट्टे की भूमि और रकबा नुसार लगभग दो सौ बीस किवंटल का टोकन विधिवत कटाया था

, टोकन का तिथि 30 जनवरी के लिए किसान को टोकन दिया गया था,

ज़ब किसान धान लेकर छिंदिया उपार्जन केंद्र पहुंचा तो समिति प्रबंधक ने यह कहा की धान नहीं लिया जायेगा तहसीलदार ने मना कर दिया है

धान का टोकन हलाकी कटा है लेकिन तहसीलदार के द्वारा धान खरीदी के लिए मना कर दिया गया है,,

उनका आदेश लेकर आओ इसके बाद ही खरीदी की जाएगी,किसान और उसका बेटा तहसीलदार साहब को खोजते रहे किन्तु तहसीलदार शाम के समय जनपद कार्यालय मे मिले तो उन्होंने किसान को फटकार लगाते हुए कहा की तुम्हारा धान नहीं है सच बोलो,,

किसान ने कहा साहब मेरा धान है, किन्तु बात नहीं बनी तब जाकर किसान ने कांग्रेस की रास्ट्रीय सचिव शशि सिंह से बात कर समस्या बताई और बात मिडिया तक पहुंची लेकिन इसके बाद भी नहीं बनी, तहसीलदार ने निर्णय लेते हुए  सत्तर किवंटल की खरीदी करने का आश्वाशन दे दिया

जबकि किसान का दो सौ बीस किवंटल का टोकन कटा था,

लेट का कारण बताया की गेहूं की फ़सल  बोआई के कारण लेट हुई कहा पहले नबबे किवंटल का टोकन कटा था किन्तु धान की सफाई नहीं होने के कारण मात्र बीस किवंटल ही उपार्जन पर लाया था,

विदित हो की धान खरीदी केंद्र छिंदिया क्रमांक 420.मे तहसीलदार द्वारा यह कह कर धान लेने से मना कर दिया की हल्का पटवारी द्वारा निरीक्षण मे किसान के घर मे धान कम होना बताया गया, है, जबकि किसान का रकबा यथावत होने के कारण ही टोकन कटा था लेकिन तहसीलदार द्वारा किसान के धान को विचौलिया का धान बताकर लेने से मना कर दिया,

वहीं मिडिया के संज्ञान मे यह बात आने के बाद तहसीलदार सूर्यकान्त साय ने कहा की धान किसान का नहीं है, जबकि किसान का दावा है की धान किसान की खून पसीने की कमाई की है,, जिससे मात्र सत्तर किवंटल की खरीदी हुई  है

शेष धान किसान घर लेकर पहुंचा है, जिससे किसान चिंतित और परेशान हालत मे है l

 

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Aashiq khan
Author: Aashiq khan

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