कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने राजस्व, कृषि तथा अन्य संवर्गी विभागों की ली आपात बैठक, दिए निर्देश एमएसपी आधारित अन्य फसलों को बढ़ावा दें, किसानों से समन्वय कर कृषि योजना निर्धारित करें
कृषि वैज्ञानिकों से तकनीकी पहलू, सीमित संसाधन में बेहतर उत्पादन पर चर्चा
अम्बिकापुर ब्यूरो
कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में शुक्रवार को राजस्व, कृषि तथा अन्य संवर्गी विभागों की आपात बैठक ली। कलेक्टर ने जिले में वर्तमान में वर्षा की स्थिति की जानकारी ली तथा कहा कि वर्तमान में जिले की स्थिति चिंताजनक है, इस हेतु सभी विभागों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा पूर्वानुमान पर विचार कर कार्ययोजना बनाएं, आपात स्थिती से निपटने सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें। इस हेतु राजस्व तथा कृषि विभाग की टीम नियमित रुप से भ्रमण करें। किसानों से मिलें, उनकी आवश्यकताओं, मांगो एवं समस्याओं पर चर्चा करें। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर क्षेत्र की आवश्यकताओं की जानकारी लें।
कलेक्टर श्री कुंदन ने सभी विभागों से विभागवार समीक्षा करते हुए कार्ययोजना की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि किसानों द्वारा अब तक 808 क्विंटल फसल बीज की मांग की गई है, किसानों से लगातार सम्पर्क कर बीज की मांग की जानकारी एकत्र की जा रही है। कलेक्टर ने बीज निगम के अधिकारियों से जल्द से जल्द आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्रीय स्थिति, वातावरण अनुरूप कार्ययोजना निर्धारित हो, इस हेतु कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा कृषि क्षेत्र की तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखकर योजना बनाई जाए। न्यूनतम समर्थन मूल्य फसलों को प्रोत्साहित किया जाए, खरीदी के साथ-साथ वितरण हेतु भी योजना बनाएं। खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि सूखे की स्थिति को ध्यान में रखते हुए खाद्य पदार्थों की उपलब्धता, भंडारण तथा वितरण की योजना पर काम करें। सभी एसडीएम, तहसीलदार शासकीय पीडीएस एवं राशन दुकानों का निरीक्षण कर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करें। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा के तहत कार्यों के प्रस्ताव भेजने समस्त सीईओ जनपद पंचायत को कहा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आपात स्थिती हेतु आवश्यक तैयारियां किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें, सभी विद्यालयों, आश्रम-छात्रावासों, स्वास्थ्य केंद्रों तथा संस्थानों में स्रोतों की सफाई कराएं। स्वास्थ्य विभाग दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कराएं। पशु चिकित्सा विभाग पशुओं में होने वाले बीमारियों पर ध्यान रखें, टीकाकरण जारी रखें। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सम्भाग ने बताया कि सिंचाई हेतु जिले में 02 मध्यम एवं 160 लघु परियोजनाएं हैं। मध्यम परियोजनाओं के माध्यम से जिले के कुल 62 गांवों में 15.3 मिलियन घन मीटर पानी पहुंचाया गया है, जिनमें श्याम घुनघुट्टा जलाशय परियोजना की दायीं तट नहर से कुल 36 गांवों में 8.50 मिलियन घन मीटर तथा बायीं तट नहर से कुल 16 गांव में 4 मिलियन घन मीटर पानी पहुंचाया गया है। इसी प्रकार कुंवरपुर जलाशय परियोजना द्वारा कुल 10 गांव में 2.8 मिलियन घन मीटर पानी उपलब्ध कराया गया है। इसी क्रम में उन्होंने उद्यानिकी, मत्स्य पालन विभाग, वन विभाग तथा अन्य विभागों से जानकारी लेकर कलेक्टर श्री कुंदन ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।