
अंबिकापुर ब्यूरो
सूरजपुर जिले के रामानुजनगर स्थित उपार्जन केंद्र छिंदिया मे किसान बुधराम ने आरोप लगाया था की टोकन कटने के बाद उनका धान रकबा अनुसार नहीं खरीदा गया था,
और आधे से कम धान ही खरीदा गया है, जिस पर समिति प्रबंधक सहित प्रसासनिक अधिकारीयों के कार्य शैली पर सवाल उठना शुरू हो गया था,
जिस पर समिति प्रबंधक ने मिडिया को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया की ज़ब किसान बुधराम पिता धन साय मकरबँधा का टोकन कटने के बाद इस बिषय पर रामानुजनगर के तहसीलदार सूर्यकान्त साय को अवगत कराया गया था,
उनके द्वारा अपने अधीनस्थ हल्का पटवारी को किसान के घर सतयापन हेतु भेजा गया था जहाँ पर किसान के घर धान के बोरो की गिनती कर रिपोर्ट दिया गया था
, जिस पर तहसीलदार ने संबंधित किसान के धान का आकलन कराते हुए सत्तर किवंटल खरीदी हेतु आदेश दिया था, कहा हम एक कर्मचारी है
अपने मन मुताबिक किसी भी किसान के धान को खरीदने हेतु बाध्य नहीं है, हमें जिस तरह का आदेश उच्च अधिकारीयों का प्राप्त होता है उस तरह का काम करना पड़ता है,
उल्लेखनीय है की समिति के प्रबंधक ने साफ कहा की किसान के घर मे धान की मात्रा कम थी, और टोकन ज्यादा कटा लिया था,
संदेह होने पर जांच टीम ने रिपोर्ट तहसीलदार को दिया था जिस पर उनके आदेशानुसार समिति खरीदी किया है l
तहसीलदार सूर्यकान्त साय ने कहा की शिकायत मिली थी की किसान के घर धान कम है,
जांच उपरान्त तथ्य अनुसार सत्यापित रिपोर्ट बाद किसान की धान की खरीदी कर लिया गया है l
