रामानुजनगर जनपद क्षेत्र क्रमांक 18अतिसंवेंदनशील,— सभी की निगाहेँ टीकी यहां

रामानुजनगर जनपद क्षेत्र 18.अतिसंवेदनशील 11.प्रत्यासी कमर कस कूदे मैदान मे,

 

उल्लेखनीय है की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हेतु चुनाव चिन्ह का आवटन होते ही प्रत्यासियों की ख़ुशी बेहद दिलचस्प होता जा रहा है, चुनाव चिन्ह का पोस्टर बैनर हर दीवार औऱ घरों मे चिपके देखे जा रहे है, बकरा मुर्गा औऱ दारु का दौर जारी है, गांव मे सरपंच पंच बीडीसी डीडीसी जैसे उम्मीदवार गांव गांव पहुँचकर अपनी जीत के लिए मतदाताओ से विनम्र निवेदन करते हुए घर हाथ पैर जोड़कर अपने पक्ष मे मतदान की मांग कर रहे है, बीस फ़रवरी को चुनाव होना है, औऱ प्रचार के लिए त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए हप्ते भर का समय औऱ बचा है ऐसे मे उम्मीदवार लगातार ढ़ोल नगाडो के साथ अपने अपने कार्यकर्ताओ औऱ समर्थको के साथ संघर्ष कर रहे है,

विदित हो की जनपद क्षेत्र त्रिपूरेश्वरपुर पम्पानगर, गोकुलपुर एवं केशवपुर के लिए टोटल गयारह उम्मीदवार सरगर्मी के साथ अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे है,

आपको यह बताना आवश्यक है की यह सीट संवेदन शील इस लिए माना जा रहा है की इस सीट मे सभी समान्य जाति के महिलाये औऱ पुरुसो ने भाग लिया है, औऱ इस सीट से 

त्रिपूरेश्वरपुर से शमशेर खान एक बड़े चेहरा है तथा कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता मानें जाते है तथा नरेश राजवाड़े औऱ खेलशाय सिंह सांसद विधायक के खसमखास मानें जाते है, इसी तरह चन्द्र दत्त दुबे जो पतरा पाली के निवासी है इनका अपना खुद की वोट नहीं है किन्तु तकदीर की आजमाइस के लिए पर सेवक बनने यहां पर ताल ठोक रहे है, वहीं इंदु कोर्राम पहली बार किस्मत आजमाते हुए चुनावी रणभूमि मे कूद पडी है इनका कहना है की गांव गांव मे विकास की काफी कमी है अगर जनता ने उन्हें अपना समर्थन अगर दिया तो उनके जनपद क्षेत्र मे विकास की गाथा लिख देंगी इंदु कोर्राम लगातार गांव गांव औऱ घर घर जाकर अपनी बाते रख रही औऱ विकास औऱ समस्याओ पर फोकस करते हुए जनसंपर्क तेज कर चुकी है,

वहीं यह सीट पर पिछले वर्ष कृष्णा साहू ने जीत दर्ज किया था लेकिन वे पुरे पांच वर्षो तक एक मामले मे जेल मे निरुद्ध थे इसी वजह से क्षेत्र की विकास जीरो हो गया था, वे इस बार पुनः मैदान मे डटे हुए हैं, यह सीट अति संवेदन सील माना जा रहा है कियकी यह क़ोई नहीं जान सकता की यहां की जनता किसको भरोशा करेगी, औऱ परिणाम किस उम्मीदवार के पक्ष मे होगा यह कहना उचित नहीं किन्तु सारे प्रत्यासी अपने अपने तरीके से लोगों से घर घर पहुँचकर मुलाक़ात कर रहे औऱ आने वाले समय मे जीत के बाद गांव को स्वर्ग का रूप देने की सौगंध खाते नहीं थक रहे है,

अब परिणाम के बाद ही पता चलेगा की यहां की सीट के लिए लोगों को कौन रिझाने मे कामयाबी किसकोनसीब होता है यह तो वक़्त तय करेगा की जीत का जश्न औऱ ताज़ किसके सर मे होगा l

 

 

Aashiq khan
Author: Aashiq khan