सूरजपुर जिले के रामानुजनगर तहसील मे कानूनगो शाखा मे पदस्थ एक बाबू द्वारा इस्तिहार डॉक्टर स्टाइल मे लोगों को प्रदाय किया जा रहा,
विदित हो की रामानुजनगर मे तहसीलदार कार्यालय से जारी इस्तिहार पहली दूसरी कक्षा मे पढ़ने वाले छात्रों के द्वारा इस तरह की लेखनी किया जा रहा है कि
ऐसे इस्तिहार तहसीलदार द्वारा हास्ताक्षर भी कर दिया जा रहा जिसे पढ़ने से बड़ी कठिनाई होती है,
जिस इस्तिहार को प्रकाशित कराने मे प्रेस कार्यालय से भी वापसी कर दी जाती है, इसका मुख्य कारण यह है कि इस बाबू साहब के शब्दों को न तो समझ रहे ना पढ़ पा रहे जिससे काफी समय यह समस्या लम्बे से चल रहा है,
दुर्भाग्य जनक बिषय है की जिम्मेदार लोगों को ऐसे महत्त्वपूर्ण पद पर बैठना चाहिए, इनके इस्तिहार मे क़ोई भी शब्दों को पढ़ने या अवलोकन करने मे बाधा उतपन्न हो रहा है,
ग्रामीणों ने इस तरह के बाबू से इस्तिहार जैसे महत्त्वपूर्ण दस्तावेज मे साफ व सुंदर अक्षरों को लिखने वालो को बैठाने की मांग किया गया है,
तहसीलदार श्री साय द्वारा फोन रिसिब नहीं करने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है l