
लोक निर्माण विभाग के सड़क निर्माण में मानको के विपरीत व अनियमिता बरती जा रही है,
सूरजपुर—- जिले के राजनीति के गढ़ कहे जाने वाला
रामानुजनगर में लोक निर्माण विभाग संभाग प्रेमनगर द्वारा ,राजापुर, परशुरामपुर, रामानुजनगर, माॅजा ,कुंड़ेली मार्ग लंबाई 26. किलोमीटर लागत राशि 5644.32 करोड़ की स्वीकृति मिली है
विदित हो की कार्य में ठेकेदार तथा संबंधित तकनीकी अमला के मिली भगत से अत्यंत घटिया स्तर का निर्माण कार्य किया जा रहा है
जिससे व्यापक अनियमितता एवं भ्रष्टाचार करने के कारण जहां शासन के करोड़ों रुपए को बंदर बाट किया जा रहा है,
वहीं सड़क मार्ग की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है
घटिया निर्माण से क्षेत्र की जनता में व्यापक रोष उत्पन्न हो रहा है,,
जिससे भविष्य में उग्रजन आंदोलन की स्थिति निर्मित हो सकता है,,
ज्ञात हो कि पूर्व विधायक खेलसाय सिंह के कार्यकाल में उक्त सड़क निर्माण की प्रसासनिक स्वीकृति प्रदान कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया,था,,
चुकी ठेकेदार एवं संबंधित तकनीकी अमला के मिली भगत से गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है
रामानुज नगर से मांजा मोड़़ तक पूर्व में किए गए सड़क निर्माण कार्य में बेश के मिट्टी पटाई में वाटरिंग एंड कम्पेक्शन ही नहीं किया गया है,
साथ ही जी एस बी सहित डब्बलु, एम ,एम ,कार्य भी मानक के विपरीत किया गया है,,
उल्लेखनीय है की डब्बलू,एम,एम में 75 mm के दो पृथक पृथक लेयर बिछाकर वाटरिंग एंड कंम्पेंशन किया जा जाना था
परंतु जी,एस,बी, बिछाकर हल्का रोलिंग करके डब्बलु,एम,एम,का अनुपात विहीन ड्राई मटेरियल एक ही लेयर में जे,सी,बी, एवं ग्रेडर से बिछाकर टैंकर से पानी डालकर रोलिंग किया गया है
जबकि डब्बलु,एम,एम, मटेरियल निर्धारित अनुपात में मिक्सिंग प्लांट से मिक्स गिला मटेरियल पदार्थ पेवर मशीन के माध्यम से दो लेयर में बिछाकर पावर रोलर से रोलिंग एवं कॉम्पेक्शन होना चाहिए था,, जिसे नहीं कराया गया,,
जो जांच का विषय प्रतीत होता है,
जिसका घोर उल्लंघन कर खुलेआम भ्रष्टाचार किया गया है,,
बी,टी,कार्य भी प्राकलन अनुरूप किया गया है,
सेंसर पेवर मशीन से नहीं किया गया है तथा रोलिंग एवं कॉम्पेक्शन भी अत्यंत कम किया गया है
जिससे बी,टी, सड़क निर्माण में निर्धारित गुणवत्ता का अभाव है तथा सड़क में जर्क इंडोलेशन अत्यधिक है
उक्त सड़क निर्माण कार्य में वाटर क्रॉसिंग पुलिया एवं रिटर्निंग वॉल निर्माण में भी प्राक्कलन अनुरूप सीमेंट कांक्रीट एवं सरिया का उपयोग नहीं किया गया है
इस तरह पानी तराई कार्य तो कराया ही नहीं गया है,,
जिससे उपरोक्त कार्य भी पूर्णत़ गुणवत्ता विहीन है रामानुज नगर के आदर्श सड़क निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आलम यह है की नाली निर्माण हेतु खुदाई कर बेस को बिना कंम्पैट किए बिना बालू मुरूम बिछाकर ही कंपैक्ट किए बिना ही अनुपात विहीन सीमेंट कांक्रीट से बेस ढलाई कर नाली निर्माण किया जा रहा है,,
जिससे स्टील रॉड का प्राक्कलन अनुरूप उपयोग नहीं किया जा रहा है,,
आर,सी,सी, रोड निर्माण से पहले बेस निर्माण में किया जा रहा सामग्री का उपयोग भी पूर्णतः अमानक स्तर का है पुराने सड़क के दोनों ओर खनन कर जी,एस,बी,एवं डब्लू,एम,एम,करने के पश्चात पूरे सड़क की चौड़ाई में डब्लू,एम,एम, मटेरियल मिक्सर प्लांट से गिला मटेरियल लाकर सेंसर पेवर मशीन से न बिछाकर पहले जैसे ही ड्राई जी
,एस,बी, मटेरियल का ही उपयोग कर ड्राई रोलिंग किया जा रहा है,, इससे यह स्पष्ट है की व्यापक तरीके ओर शातिर तरीके से गड़बड़ी किया जा रहा है,,
आर,सी,सी, रोड निर्माण में भी सरिया को निर्धारित मापदंड अनुरूप नहीं लगाया जा रहा है तथा सी,सी, निर्माण में उपयोग किया जा रहा है,,
क्राक्रीट मिक्सिंग सेंसर पेवर मशीन अत्यंत कंडम स्थिति में है,,
जिससे सीसी रोड का लेवल अत्यंत उबड़-खाबड़ इंडोलेशन है सीमेंट कंक्रीट भी निर्धारित अनुपात में नहीं है तथा पानी क्यूरिंग भी अत्यंत कम किया जा रहा है,,
इस कार्य में ठेकेदार के ही कर्मचारी मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं
पीडब्ल्यूडी विभाग के उप यंत्री जिसे कार्य स्थल पर अपने निगरानी में खड़ा होकर कार्य कराना होता है कहीं कार्य स्थल पर दिखता ही नहीं है,,
यदा कदा एस,डी,ओ, पी,डब्लू,डी, ठेकेदार के साथ कभी-कभी देखे जाते हैं,,
जिससे भी गुणवत्ता सुधार करने की बात करने पर बगले झांकते नजर आते हैं,,
उच्च अधिकारियों से उपरोक्त अनुसार शिकायत किए जाने पर कार्य में कोई सुधार न कराकर भी ठेकेदार अथवा उनके आदमी शिकायतकर्ता के पास सेटिंग करने पहुंच जाते हैं,,
इस प्रकार उक्त सड़क निर्माण उसकी गुणवत्ता एवं उसकी टिकाऊपना का भगवान ही मालिक है,
अब देखना दिल चस्प होगा की सड़क निर्माण में कितना कसावट अमल में लाया जाता है,l
