विद्यालय भवनों के डिस्मेंटल की कार्यवाही जारी, अब तक 150 से ज्यादा भवनों को किया गया डिस्मेंटल
वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित, साथ ही स्कूल जतन योजना के तहत जिले में अतिरिक्त कक्ष निर्माण भी जारी
अम्बिकापुर ब्यूरो
राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में ऐसे अति जर्जर स्कूल भवनों का चयन किया गया, जिसे डिस्मेंटल की आवश्यकता है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा ऐसे 194 भवनों को डिस्मेंटल करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिले में अब तक अति जर्जर स्थिति वाले 155 विद्यालय भवनों को डिस्मेंटल करने का कार्य किया गया है। इस संबंध में कलेक्टर श्री कुंदन ने शिक्षा विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग तथा अन्य सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करते हुए कहा है कि ऐसे भवनों के चयन में गम्भीरता बरतें और जल्द डिस्मेंटल की कार्यवाही पूर्ण करें।
कलेक्टर श्री कुंदन ने कहा कि बच्चे हमारा भविष्य है, उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। इस हेतु ऐसे भवनों को डिस्मेंटल किया जाना आवश्यक है, उन्होंने कहा कि जहां वर्तमान में विद्यालय हेतु भवन उपलब्ध नहीं है वहां वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें। कलेक्टर के निर्देश के परिपालन में पढ़ाई हेतु वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत 110 करोड़ रूपए की लागत से 1404 स्कूलों का कायाकल्प शामिल है। उन्होंने बताया कि तीन चरणों में कार्यों की स्वीकृति दी गई है। प्रथम चरण में 818 स्कूलों की स्वीकृति दी गई जिसमें 716 स्कूलों में आवश्यक मरम्मत के कार्य और 102 अतिरिक्त कक्ष का निर्माण शामिल है। दूसरे चरण में 456 स्कूलों की मरम्मत और तीसरे चरण में 130 अतिरिक्त कक्ष निर्माण के कार्य शामिल हैं। इसके साथ ही बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के तहत 88 स्कूलों में मरम्मत कार्य भी शामिल किए गए हैं, जो इस माह पूर्ण हो जायेंगे।