अनिल साहू
सूरजपुर । शासकीय रेवती रमन मिश्र महाविद्यालय सूरजपुर में यूनिसेफ़ और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह और बाल संरक्षण के महत्वपूर्ण विषयों पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों को बाल विवाह की हानियों और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी, श्री मनोज जयसवाल ने छात्रों को बताया कि कॉलेज के विद्यार्थियों को बच्चों के संरक्षण के क्षेत्र में काम करने का आह्वान किया,बच्चे ही कल के भविष्य हैं, ये सुरक्षित हैं तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित है, पॉक्सो एक्ट में बच्चों को लैंगिक अपराध से बचाने के लिए प्रावधान दिये गये हैं, बच्चों को गलत तरीके से घूरता,पीछा करना,रास्ता रोकना, गलत तरीके से छुना भी अपराध है, जेजे एक्ट में बच्चों को नशे से बचाने के लिए नए प्रावधान दिये गये हैं जिसमें यदि कोई बच्चे को नशा कराता है या नशे का समान बेचता है उसे एक लाख रुपये जुर्माना व दो वर्ष के सजा का प्रावधान है, जायसवाल जी ने चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098,181,112 के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी, साइबर क्राइम और नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं ने बाल विवाह मुक्त सूरजपुर ज़िला बनाने के लिए शपथ भी ली।
यूनिसेफ़ के ज़िला समन्वयक श्री प्रथमेश मानेकर ने बाल विवाह पर विस्तार से चर्चा करते हुए छात्रों को बाल विवाह मुक्त सूरजपुर बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने गाँव और पारा में जाकर लोगों को बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें।
कार्यक्रम का संचालन ज़िला एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी श्री सी. बी. मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जयसवाल, यूनिसेफ़ के ज़िला समन्वयक श्री प्रथमेश मानेकर, काउन्सेलर श्री जैनेन्द्र दूबे, चाइल्ड लाइन के श्री रमेश साहू, आउट टीचर श्री पवन धीवर सहित 100 से अधिक छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करना और बाल संरक्षण के विभिन्न आयामों के प्रति जागरूकता फैलाना था।
Author: anil sahu
जिला प्रतिनिधि सूरजपुर