.सूरजपुर जिले के रामानुजनगर श्रीनगर मे संचालित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एमबी बी एस डॉक्टरो के हड़ताल मे चले जाने से मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही, किन्तु ग्रामीण चिकित्सको के द्वारा निरंतर कार्य करने से मरीजों का बेहतर उपचार किया जा रहा है यह भी काबिले तारीफ़ से कम नहीं,
ग्रामीण चिकित्सा सहायक ने सम्भाला रामानुजनगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
अगर बात करे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामानुजनगर की जहा पे चिकित्सकों के हड़ताल में चले जाने से वहाँ की स्वास्थ्य व्यवस्था बिलकुल चरमरा सी गई थी ऐसे मे वहाँ पदस्थ आर एम ए व आयुष चिकित्सकों के द्वारा लोगो को निरंतर सेवाए प्रदान की जा रही है
वहाँ पदस्थ आर एम ए चिकित्सक अफसर अली के द्वारा लगातार रात्रि आपातकालीन चिकत्सीय सेवा रात्रि मे दूर दराज से आये मरिजो को दी जा रही है
इनके द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ डी के विस्कर्मा के मार्गदर्शन मे स्नेक बाइट ,पॉइजन,उल्टी दस्त जैसे गंभीर मरिजो का उपचार किया जा रहा है
बता दें बीती रात ग्राम लब्जी के एक ग्रामीण ने जहर सेवन कर लिया था जिसके बचने की कोई उम्मीद नहीं थी
जब उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तो उसकी हालत काफी नाजुक थी ऐसे मे अगर रेफर किया जाता तो सायद रास्ते में कुछ भी हो सकता था
ऐसे में डॉ अफसर अली आर एम ए व स्टाप नर्स अनीता तिर्की व स्टाप नर्स आसीस नेताम व वार्ड बॉय सुखराम पैकरा के द्वारा लगन और मेहनत कर उस मरीज की जान बचा ली गई
जिस से घर के लोगो ने चैन की सांसे ली और उनका यही कहना था की अगर ऐसे चिकित्सक हर स्वास्थ्य केंद्र मे उपलब्ध हो जाये तो रेफर और मृत्यु दर मे कमी आ सकता हैँ l